अब प्राइवेट होगी BPCL
केंद्र सरकार ने भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL) के विनिवेश की प्रक्रिया शुरु हो गई है. कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी है.
आपको बता दें BSE का शेयर्स 4.2 फीसदी की बढ़त के साथ 474.50 रुपए पर खुला था. इसके बाद 482.40 रुपए के 52 हफ्ते के हाई पर पहुंच गए थे, लेकिन स्टॉक्स की रफ्तार बाद में धीमी हो गई. कंपनी के स्टॉक्स आज 3.24 फीसदी की तेजी के साथ 470 रुपए प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ.
1 मार्च 2021 को मिली मंजूरीBPCL को अपनी इस हिस्सेदारी बेचने से 9,875.96 करोड़ रुपये हासिल होंगे. भारत पेट्रोलियम के निदेशक मंडल ने भी इस सौदे को 1 मार्च 2021 की बैठक में मंजूरी दे दी.
कंपनी ने सोमवार को बाजार बंद होने के बाद एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि BPCL के प्राइवेटाइजेशन के तहत नुमालीगढ़ रिफाइनरी में 49 फीसदी हिस्से का अधिग्रहण ऑयल इंडिया लिमिटेड (IOL) और इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (Engineers India Ltd) की कंसोर्टियम करेगी. जबकि, 13.65 फीसदी हिस्सा असम सरकार को बेचा जाएगा.
ट्वीट करके दी जानकारी
सरकार के निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने ट्वीट कर नुमलीगढ़ रिफाइनरी में भारत पेट्रोलियम की पूरी हिस्सेदारी बेचे जाने की जानकारी दी है.
ब्रेकरेड फर्म Emkay Global ने कहा कि BPCL के प्राइवेटाइजेशन की प्रक्रिया में यह महत्वपूर्ण कदम है और FY21-22 की पहली छमाही में कंपनी की Disinvestment प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है. Emkay Global ने BPCL के स्टॉक्स को Buy रेटिंग दिया है. वहीं, एक और ब्रोकरेज फर्म Motilal Oswal Financial Services ने भी इसे बाई रेटिंग दिया और कहा कि नुमालीगढ़ रिफाइरी की बिक्री से कंपनी अपने कर्ज को कम कर सकेगी.
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कितना डिविडेंड दे सकती है कंपनी?
आपको बता दें कंपनी अपने निवेशकों को 16 रुपये प्रति शेयर इंटरिम डिविडेंड देने के अलावा प्रति शेयर 38 रुपये इंक्रिमेंटल डिविडेंड दे सकती है.