आज से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने का मौका मिल रहा है.
Soverign Gold Bond : गोल्ड बॉन्ड में सब्सक्रिप्शन का मौका आज से लेकर 16 अक्टूबर तक के लिए होगा. ऑनलाइन सब्सक्राइब करने वालों को 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट भी मिलेगा. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस बार गोल्ड सब्सक्रिप्शन की कीमत 5,051 रुपये प्रति ग्राम तय किया है.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 12, 2020, 9:28 AM IST
गोल्ड बॉन्ड्स की मैच्योरी अवधि 8 साल की होती है. हालांकि, निवेश के पांचवें साल के बाद इससे बाहर निकला जा सकता है. मैच्योरिटी पर मिलने वाले गोल्ड का भाव तत्कालीन भाव के आधार पर ही होता है. अगर आप भी इसमें निवेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले इन बातों को जान लेना चाहिए.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 400 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है. वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है.इस स्कीम में निवेश करने पर आप टैक्स बचा सकते हैं. बॉन्ड को ट्रस्टी व्यक्तियों, HUF, ट्रस्ट, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थानों को बिक्री के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा.
वहीं ग्राहक की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम प्रति व्यक्ति, एचयूएफ के लिए 4 किलोग्राम और ट्रस्टों के लिए 20 किलोग्राम और प्रति वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) समान होगी.सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के हर आवेदन के साथ निवेशक PAN जरूरी है. सभी कमर्शियल बैंक (आरआरबी, लघु वित्त बैंक और भुगतान बैंक को छोड़कर), डाकघर, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या सीधे एजेंटों के माध्यम से आवेदन प्राप्त करने और ग्राहकों को सभी सेवाएं प्रदान करने के लिए अधिकृत हैं.गोल्ड बॉन्ड पर सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज मिलेगा. निवेशकों को कम से कम 1 ग्राम का बॉन्ड खरीदने की भी सुविधा मिलती है. निवेशकों को गोल्ड बॉन्ड के बदले लोन लेने की भी सुविधा है. पूंजी और ब्याज दोनों की सरकारी (सॉवरेन) गारंटी मिलती है. इंडिविजुअल को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा. कर्ज लेने के लिए गोल्ड बॉन्ड का इस्तेमाल कोलेट्रल के रूप में किया जा सकता है. इसके अलावा गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर टीडीएस (TDS) भी नहीं कटता है.
1. सॉवरेन गोल्ड का बॉन्ड का यह इश्यू एक ऐसे समय पर आ रहा है जब अगस्त महीने में उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद सोने के दाम में गिरावट देखने को मिल रही है. वायदा बाजार में 10 ग्राम सोने का भाव करीब 56,200 रुपये है.
2. आरबीआई ने गोल्ड बॉन्ड के तहत सोने का भाव इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा पब्लिश की जाने वाली औसत क्लोजिंग प्राइस के आधार पर तय की है. यह 999 शुद्धता वाले सोने के लिए है.
3. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को भारतीय रिज़र्व बैंक जारी करती है. इसे केंद्र सरकार की तरफ से जारी किया जाता है.
4. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को नवंबर 2015 में लॉन्च किया गया था. देश में फिजिकल गोल्ड की मांग को कम करने और लोगों को गोल्ड के जरिए घरेलू बचत और वित्तीय बचत के लिए शुरू किया था.
5. इस स्कीम के तहत न्यूनतम 1 ग्राम सोने में निवेश किया जा सकता है.
6. गोल्ड बॉन्ड को स्मॉल फाइनेंस बैंकों या पेमेंट बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन आफ इंडिया, पोस्ट ऑफिस, व NSE और BSE के जरिए निवेश किया जा सकता है.
7. जानकारों का मानना है कि नॉन-फिजिकल गोल्ड में निवेश करने के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक प्रभावी तरीका है. अगर गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने वाला मैच्योरिटी तक रुकता है तो उन्हें इसके कई फायदे मिलते हैं.
8. गोल्ड बॉन्ड पर सालाना 2.50 फीसदी की दर से ब्याज भी मिलता है.
9. गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने की सबसे खास बात है कि इसके स्टोरेज की चिंता नहीं करनी होती है. इसे डीमैट में रखने पर कोई जीएसटी भी देय नहीं होता है.
10. अगर गोल्ड बॉन्ड के मैच्योरिटी पर कोई कैपिटल गेन्स बनता है तो इसपर छूट मिलेगी. गोल्ड बॉन्ड पर मिलने वाली यह एक एक्सक्लुसिव लाभ है.