पीएम मोदी ने बुधवार को देश को आत्मनिर्भर (आत्मानिभारत) बनाने के लिए एजुकेशन, रिसर्च और स्किल डेवलपमेंट के महत्व पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (पीएम नरेंद्र मोदी) ने कहा, ‘विश्वास तब आता है, जब उसको एहसास होता है कि उसकी पढ़ाई, उसके काम करने का अवसर और जरूरी स्किल दिया जा रहा है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसी सोच के साथ बनाई गई है। ‘
पीएम मोदी ने वेबिनार में कहा, ‘आज का ये मंथन ऐसे समय में हो रहा है, जब देश अपने निजी, इंटेलेक्चुअल, इंडस्ट्रियल टेंपरामेंट और टैलेंट को दिशा देने वाले पूरे इकोसिस्टम को ट्रांसफॉर्म (बदलाव) करने की ओर से तेजी से बढ़ रहा है। ‘ उन्होंने कहा, ‘बीते वर्षों में शिक्षा, रोजगार को उद्यम की क्षमता से जोड़ने का जो प्रयास किया गया है, ये बजट 2021 उन्हें और विस्तार देता है। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि आज वैज्ञानिक प्रकाशन के मामले में भारत शीर्ष तीन देशों में आ चुका है।
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पीएम मोदी ने वेबिनार में कहा, ‘पहले बार देश के स्कूलों में अटल थिंकरिंग लैब्स से लेकर उच्च संस्थानों में अटल इंक्यूबेशन सेंटर्स तक पर फोकस किया जा रहा है। देश में स्टार्टअप्स के लिए हैकथॉन की नई परंपरा देश में बन गई है, जो देश के युवाओं और उद्योग, दोनों के लिए बहुत बड़ी ताकत बन रही है। ‘पश्चिम बंगाल चुनाव 2021: पीएम मोदी की रैली में शामिल होंगे गांगुली? बीजेपी ने इसका जवाब दिया
पीएम ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए, उनका जीवन बेहतर बनाने के लिए बायोटेमीर से जुड़ी रिसर्च में जो साथी लगे हैं, देश को उनसे बहुत उम्मीदें हैं। मेरा उद्योग के तमाम सहयोगियों से अनुरोध है कि इसमें अपनी भागीदारी को बढ़ाए।