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- नाबालिग से बलात्कार के बाद हत्या, मिट्टी का तेल डालकर जलाया, 6 महीने बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की
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सागर5 मिनट पहले
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बांदा पुलिस मामले की जांच कर रही है
- मृत बच्ची के परिजन ने बांदा टीआई और एसआई की एसपी से शिकायत की
- 6 आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग
बंडा थाना क्षेत्र के गांव में करीब 6 महीने पहले एक 16 साल की नाबालिग किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई लेकिन पुलिस ने अब तक न तो एफआईआर दर्ज की और न ही आरोपियों को गिरफ्तार किया। इतना ही नहीं पुलिस पर छापोरी के परिजनों से कार्रवाई के नाम पर 15 से 20 कोरे कागजों पर अंगूठा लगवाने के आरोप लगे हैं। परिजनों ने बांदा टीआई और एसआई पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर रहे हैं और दुष्कर्म और हत्या के आरोपियों को संरक्षण दे रहे हैं। इस संबंध में परिजनों ने एसपी से शिकायत कर आरोपियों को गिरफ्तार करने और बंडा थाने के एसआई पर भी कार्रवाई करने की मांग की है।
आदिवासी किशोरी के परिजनों ने बताया कि पिछले साल 21 अगस्त को वे घर पर नहीं थे। सिर्फ नाबालिग बेटी और उसका छोटा भाई था। किशोरी की ग्रैंड गांव में ही भजन सुनने गई थी। बच्चों को अकेले पाकर 6 आरोपी आए और नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर गला दबाकर उसी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने कमरे में रखा केरोसिन तेल की कुपिया उठाकर किशोरी पर डालकर उसे जला दिया। परिजनों को सुबह किशोरी अपने कमरे में जली हुई हालत में मृत मिला। पीड़िता के छोटे भाई रात में अंधरा होने के कारण दूसरे आरोपियों को तो नहीं पहचान बनी लेकिन एक आरोपी परिचित होने की वजह से आवाज से उसे पहचान लिया।
कॉल डिटेल और दूसरे सबूत नहीं जुटाए
परिजन ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बंदा थाना प्रभारी और एसआई धनेन्द्र यादव जो केस की जांच कर रहे हैं, उन्हें सारा बाते बताईं लेकिन आज तक न केस दर्ज किया गया और न कोई गिरफ्तारी की। एसआई ने आरोपियों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं जुटाया। परिजनों के बयान भी दर्ज नहीं किए गए। परिजन ने बताया कि वे अनपढ़ हैं, तो उन्हें 15 से 20 कोरेपर पर कार्रवाई के नाम पर अंग लगवाए गए हैं।
परिजन ने एसपी से पांच यह पांच मांगे
- सभी आरोपियों पर मामला दर्ज कर तुरंत गिरफ्तारी की जाएगी।
- बांदा पुलिस के SI धानेन्द्र यादव पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
- मामले की निष्पक्ष जांच किसी दूसरे उच्च अधिकारी से कराई जाए।
- 48 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तारी न होने पर परिजन सीएम आवास पर धरना करेंगे।
इस मामले को लेकर बांदा टीआई कमल ठाकुर का कहना है कि जब वारदात हुई तब बंडा में पदस्थ नहीं था। घटना के बाद मर्ग कायम किया गया है। किशोरी की आग लगने से मौत हुई है। परिजनों ने दो महीने तक कुछ नहीं किया। अब दुष्कर्म की बात कह रहे हैं और किसी आरोपी पर संदेह जता रहे हैं। घटना के तुरंत बाद पुलिस टीम गई थी, तब परिजन ने ऐसा कुछ नहीं बताया। पुलिस को अब एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार है। यदि इसमें दुष्कर्म की पुष्टि होती है तो आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच होगी।