क्या फायदा होगा?: जब आप यहां पर अपनी शिकायत दर्ज करते हैं, उसके बाद पेटीएम अपने स्तर पर संदिग्ध लेन-देन को लेकर एक्शन लेता है. कई मौकों पर पेटीएम उस लेन-देन को ब्लॉक कर देता है. ऐसे में थोड़ी उम्मीद रह जाती है कि आपका पैसा वापस आ सकता है. इसके बारे में अधिक जानकारी आप पेटीएम कस्टमर केयर से भी ले सकते हैं.
भारत का सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट स्टार्टअप पेटीएम ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्लेटफार्म इनसाइडरडॉटइन की बड़ी हिस्सेदारी खरीद ली है.
चार हजार करोड़ की है संगठित इवेंट इंडस्ट्री
देश की संगठित इवेंट इंडस्ट्री फिलहाल 4,000 करोड़ रुपये की है। उद्योग के अनुमान के अनुसार सबसे अधिक टिकट बुकिंग खेल लीग कार्यक्रमों के लिए होती है। कार्यक्रमों के बारे में कम जानकारी की वजह से इनकी ऑनलाइन टिकट बुकिंग सिर्फ 10 प्रतिशत ही होती है।
ऑनलाइन मूवी टिकट बुकिंग की हस्ती बन गई है है पेटीएमपेटीएम ने ऑनलाइन मूवी टिकट बुकिंग के क्षेत्र में खुद को स्थापित कर लिया है। उसके प्लेटफार्म पर 550 शहरों के 3,500 स्क्रीन हैं। अब पेटीएम कार्यक्रमों के टिकटों की बुकिंग के क्षेत्र में अपनी पैठ का विस्तार कर रही है।
इस सौदे के बाद इवेंट्स की दुनिया और बड़ी हो जाएगी
पेटीएम के अनुसार, भारत में संगठित तौर पर लगभग 4,000 करोड़ रुपए के इवेंट organize किए जाते हैं, और उसमें सिर्फ 10 फीसदी के लिए ऑनलाइन टिकट बुक होती हैं. तो इस सेक्टर में विकास की काफी गुंजाइश है, पेटीएम ने अपनी फिल्म टिकटिंग की फैसिलिटी में तेज़ी से विस्तार किया है. कंपनी ने दावा किया है कि 2016 में इसने 25 मिलियन मूवी टिकट बेचे थे, जो बुक माइ शो के चौथे हिस्से के बरा-बर है. इनसाइडर.कॉम के साथ सौदा करने के बाद अब पेटीएम आकर्षक इवेंट सेग्मेंट लाएगा.
कल्चरल इवेंट्स में लोगों की रुचि बढ़ेगी
इनसाइडरडॉटइन के संस्थापक और सीईओ श्रेयस श्रीनिवासन ने कहा, “पेटीएम के साथ हमारी साझेदारी से हमें और अधिक इवेंट आयोजकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी. पेटीएम के पास लगभग 220 मिलियन यूजर्स हैं. पेटीएम के सहयोग से इनसाइंडर इंडिया अगले 100 मिलियन भारतीयों तक पहुंच सकेगा, जो ऑनलाइन प्लेटफार्म पर विजिट कर रहे हैं. इससे लोगों की कल्चरल इवेंट्स में रुचि बढ़ेगी.