केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (निर्मला सीतारमण) वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट सोमवार को पेशगी। लोकसभा में उनका भाषण सुबह 11 बजे शुरू होने की उम्मीद है।
बजट सत्र: ऑल पार्टी बैठक के बाद जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह निर्णय लिया गया है कि बजट सत्र के पहले भाग को 15 फरवरी को निर्धारित तिथि को खत्म करने की जगह, दो दिन पहले यानी 13 फरवरी को खत्म होगा।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:31 जनवरी, 2021, 4:48 PM IST
ऑल पार्टी मीटिंग के बाद जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह निर्णय लिया गया कि बजट सत्र के पहले भाग को 15 फरवरी को निर्धारित तिथि को खत्म करने की जगह, दो दिन पहले यानी 13 फरवरी को खत्म होगा।
विपक्षी हिस्से को प्रधानमंत्री से जवाब मिलेगा
सरकार ने चिंता व्यक्त की है कि इस सत्र में केवल कृषि कानूनों पर व्यापक चर्चा संभव नहीं है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने सीएनएन-न्यूज 18 से बात करते हुए कहा, ‘हम सभी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा के लिए तैयार हैं। लेकिन अगर विपक्षी दलों को अभी भी कृषि बिल पर चर्चा करनी है तो उन्हें राष्ट्रपति के प्रस्ताव के जवाब में इसका उल्लेख करना चाहिए और उन्हें प्रधानमंत्री से जवाब मिलेगा। वैसे, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सीएनएन-न्यूज 18 के साथ बातचीत की में कहा, “हम किसानों के मुद्दे पर सरकार की स्थिति और सरकार की प्रतिक्रिया से बेहद चिंतित हैं। हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे।”
1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट सोमवार को प्रस्तुत करेंगी। लोकसभा में सुबह 11 बजे से उनका भाषण शुरू होने की उम्मीद है। 29 जनवरी को, आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 संसद में पेश किया गया था। 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.7 प्रतिशत गिरावट का अनुमान है और आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार अगले वित्त वर्ष में विकास दर 11 प्रतिशत हो सकती है।
कोरोना संक्रमण के कारण हुए परिवर्तन
बजट सत्र का पहला चरण 15 फरवरी तक जारी रहेगा। सत्र का दूसरा चरण 8 मार्च से 8 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें पांच-पांच घंटे की पारी में आयोजित हो रही हैं। राज्यसभा सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक और शाम शाम 4 बजे से 9 बजे तक आयोजित हो रहा है। शून्यकाल और प्रश्काल का आयोजन हो रहा है।