सीबीडीटी से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह छापेमारी 24 फरवरी को पांच राज्यों में कुल 20 स्थानों पर की गई। फाइल फोटो
आयकर विभाग: शिशु विभाग को हैदराबाद की बड़ी औषधीय कंपनी पर छापेमारी में 400 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला है। कंपनी से 1.66 करोड़ नकद भी मिला है।
सीबीडीटी के मुताबिक इस छापेमारी के दौरान 1.66 करोड़ रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं। साथ ही डिजिटल मीडिया, पेन ड्राइव, दस्तावेज़ आदि के रूप में साक्ष्य पाए गए हैं। बयान के मुताबिक एसएपी-ईआरपी सॉफ्टवेयर से डिजिटल साक्ष्य जुटाई गई हैं। कुछ फर्जी और गैर-मौजूद स्थितियों से की गई खरीद से संबंधित और अन्य व्यय का भी पता चला है। सीबीडीटी ने बताया कि इस दौरान अचल संपत्ति की खरीद के लिए किए गए भुगतान से संबंधित साक्ष्यों का भी पता चला है। साथ ही अन्य खर्चों आदि का भी पता चला है।
पुणे में 335 करोड़ की बेनामी आय
इससे पहले केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने छापेमारी में महाराष्ट्र में 335 करोड़ और कलक से 300 करोड़ की अघोषित आय पकड़ी थी। महाराजा में एक करोड़ रुपये नकद खर्च किए गए थे। समूह ने इसके स्रोत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। बयान के अनुसार, ” करदाता ने नौ करोड़ रुपये की रियल एस्टेट संपत्ति बेचकर लाभ कमाने की बात भी स्वीकार की है। जबकि इसका कोई रिकॉर्ड नहीं था। ”
सीबीडीटी (CBDT) ने कहा कि अब तक 335 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला है। समूह पुणे के संगमनेर इलाके का है और उसकी इकाइयां तंबाकू और उससे संबंधित उत्पादों की फ़ॉन्ट और बिक्री, बिजली उत्पादन और वितरण, दैनिक उपयोग के सामान (एफएमसीजी) की बिक्री और रियल एस्टेट विकास से जुड़ी हैं।