नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण करेगी
इस एक्सप्रेस-वे के तैयार होते ही रोज़ाना हज़ारों लोग इसका फायदा उठा सकेंगे. इससे सबसे बड़ा फायदा दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में कारोबार करने वालों को होगा.
31 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे जोड़ेगा एयरपोर्ट को
जानकारों की मानें तो बल्लभगढ़ से जेवर एयरपोर्ट तक 31 किमी लंबे एक एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा. इसे दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. इस 31 किलोमीटर हाईवे बनने के बाद जेवर एयरपोर्ट से आईजीआई एयरपोर्ट तक का सफर सिर्फ एक घंटे का रह जाएगा. जल्द ही दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का काम बल्लभगढ़ तक पहुंच जाएगा.
एनएचएआई दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहा है. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई करीब 1250 किलोमीटर है. दिल्ली से मुंबई जाने में लगने वाला समय 24 घंटे से घटकर आधा यानी 12 घंटे हो जाएगा. यह प्रोजेक्ट सात चरणों में पूरा किया जा रहा है.Delhi-NCR में यहां मिल रहा है 60 से लेकर 4 हज़ार वर्ग मीटर के प्लॉट लेने का मौका, 30 मार्च तक कर सकते हैं आवेदन
इसलिए भी खास हो जाएगा दिल्ली-एनसीआर
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे शुरु हो चुका है. इसके चलते हज़ारों ट्रक अब दिल्ली में एंट्री न कर सीधे हरियाणा और पंजाब की ओर चले जाते हैं. इस ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को भी जेवर एयरपोर्ट से जोड़ा जा रहा है. अगर रेल लाइन से जेवर एयरपोर्ट के जुड़ने की बात करें तो ग्रेटर नोएडा मेट्रो लाइन का रास्ता पहले ही साफ हो चुका है. लेकिन इसके साथ ही देश की महत्वपूर्ण रेल सेवा दिल्ली से वाराणसी के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन को भी जेवर एयरपोर्ट से जोड़ा जा रहा है. खास बात यह है कि इस परियोजना के जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने की बात डीपीआर में भी शामिल है. फिल्म सिटी का काम भी शुरु हो चुका है.
20 हावड़ा ब्रिज के बराबर लग रहा है स्टील
जानकारों की मानें तो 1250 किमी लम्बा दिलली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे बनाने में करीब 5 लाख टन स्टील लगेगा. यह 20 हावड़ा ब्रिज के बराबर है. वहीं 35 लाख टन सीमेंट का इस्तेमाल होगा. पूरे एक्सप्रेसवे में 3 अंडरपास और 5 ओवरपास बनाए जा रहे हैं. वहीं दोनों साइड से हरा-भरा दिखाने के लिए किनारे पर 15 लाख पेड़ लगाए जाएंगे.